
रायगढ़ । प्रदेश के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक श्री ओ.पी. चौधरी ने आज सुबह शहर के विभिन्न निर्माण कार्यों और बुनियादी परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता और समयबद्ध प्रगति सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में रायगढ़ को एक स्वच्छ, हरित और आधुनिक शहर के रूप में विकसित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने के बाद रायगढ़ प्रदेश के मॉडल शहरों में अपनी अलग पहचान बनाएगा।
वित्त मंत्री ने सबसे पहले रामलीला मैदान पहुंचकर चल रहे रिनोवेशन कार्यों की समीक्षा की और कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके बाद उन्होंने इतवारी बाजार में निर्माणाधीन ऑक्सीजोन एवं चौपाटी परियोजना का जायजा लिया। श्री चौधरी ने चौपाटी के एंट्री गेट की संख्या बढ़ाने और इसे दो स्तरों में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ऑक्सीजोन में लगाए जाने वाले पौधों की संख्या, डिजाइन और देखरेख से जुड़ी तकनीकी जानकारी भी ली।
इसके पश्चात उन्होंने निर्माणाधीन नालंदा परिसर का निरीक्षण किया, जहां प्रथम तल की ढलाई पूरी हो चुकी है। उन्होंने निर्देश दिए कि फर्नीचर और विद्युत कार्यों को मुख्य निर्माण कार्यों के साथ समानांतर रूप से आगे बढ़ाया जाए ताकि परियोजना समय पर पूरी हो सके।
वित्त मंत्री ने कयाघाट पुल का भी निरीक्षण किया और इसे शहर की यातायात व्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने पुल की ऊंचाई बढ़ाने और निर्माण कार्य शीघ्र आरंभ करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने बैकुण्ठपुर क्षेत्र में नया ऑक्सीजोन विकसित करने के लिए संभावित भूमि का निरीक्षण किया।
श्री चौधरी ने प्रगति नगर मरीन ड्राइव, कयाघाट ब्रिज और कबीर चौक में चल रहे ऑक्सीजोन निर्माण कार्यों की स्थिति का भी जायजा लिया। उन्होंने कोतरारोड आरओबी के नीचे और कोसाबाड़ी क्षेत्र में प्रस्तावित ऑक्सीजोन-कम-गार्डन परियोजनाओं के स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान नगर निगम के महापौर श्री जीवर्धन चौहान, सभापति श्री डिग्रीलाल साहू, कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, निगम आयुक्त श्री बृजेश सिंह क्षत्रिय सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
वित्त मंत्री श्री चौधरी ने पॉलिटेक्निक कॉलेज परिसर का भी दौरा किया और वहां की खाली भूमि का निरीक्षण करते हुए अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए मल्टी-स्टोरी क्वार्टर निर्माण की योजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि परिसर की भूमि का बहुउद्देश्यीय उपयोग सुनिश्चित किया जाए, ताकि शैक्षणिक गतिविधियों के साथ आवासीय सुविधाओं का भी समुचित विकास हो सके।
 
					












